Monday, August 26, 2019

फातिमा बानो देश की पहली मुस्लिम महिला कोच बनी

फातिमा बानो देश की पहली मुस्लिम महिला कोच बनी


फातिमा बानो ने गीता-बबीता फाेगाट व साक्षी मलिक काे भी कैंप में ट्रेनिंग दी।


 मजहब के सांचाें काे ताेड़ कर भाेपाल की फातिमा बानो देश की पहली मुस्लिम महिला कोच बनीं ताे खुद के खर्च से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 20 खिलाड़ियों की जमात खड़ी कर दी। उन्होंने गीता-बबीता फाेगाट व साक्षी मलिक काे भी कैंप में ट्रेनिंग दी। पांच भाई-बहनाें में चाैथी फातिमा काे कुश्ती अपनाने की वजह से परिवार का अंदर तक ताेड़ देने वाला विराेध भी सहना पड़ा। तीन बहनाें ने उनका घर पर आना-जाना बंद करवा दिया। एेसे में सहारा थे ताे शाैहर शाकिर नूर जाे उनके गुरु भी हैं


 कुश्ती एसोसिएशन की दाे दिनी राज्यस्तरीय स्पर्धा के दौरान साझा कीं। शुरुआत में फातिमा जूडाे की खिलाड़ी रहीं। 44 साल की फातिमा ने कुश्ती की शुरुआत 1997 में भाेपाल से की। पिता सैयद नसरूल्ला बीएचएल में थे। मां निशा बानाे गृहिणी थीं। फातिमा 2001 में विक्रम अवाॅर्डी बनीं और यह मुकाम हासिल करने वाली वे पहली कुश्ती खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2004 से 2016 तक खेल विभाग में सेवाएं दीं। 2002 से काेच के रूप में दूसरी पारी शुरू की अाैर गांव-देहात से  ऐसी प्रतिभाएं खाेजीं जाे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमकीं। इन्हें भोपाल के अखाड़ा ट्रेनिंग स्कूल में अपने खर्च से उन्होंने गढ़ा।