करोड़ों रुपए के बहुचर्चित ई-टेंडरिंग घोटाले में पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के निज सचिव वीरेंद्र पांडे और ओएसडी रहे निर्मल अवस्थी की गिरफ्तारी के बाद ईओडब्ल्यू अब पीडब्ल्यूडी के पीआईयू के प्रभारी रहे विजय वर्मा की गिरफ्तारी की तैयारी में है। वर्मा से पिछले पांच दिन से ईओडब्ल्यू की टीम पूछताछ कर रही है। इधर, सोरठिया कंपनी के डायरेक्टर हरीश सोरठिया को गिरफ्तार करने टीम वडोदरा भेज दी गई है।_
_सूत्रों के मुताबिक पीडब्ल्यूडी के टेंडरों में टेम्परिंग के मामले में ऑस्मो कंपनी के संचालकों से पूछताछ में मिली अहम जानकारी के बाद ईओडब्ल्यू की टीम पीडब्ल्यूडी के प्रोजेक्ट इम्लीमेंटेशन यूनिट के प्रभारी विजय वर्मा से पूछताछ कर रही है। पिछले पांच दिन से उनसे पूछताछ में ईओडब्ल्यू को महत्वपूर्ण जानकारी तथा साक्ष्य मिले हैं। ऑस्मो समेत विभिन्न कंपनियों के संचालकों से पूछताछ तथा टेम्परिंग के जब्त रिकॉर्ड के आधार विजय वर्मा की गिरफ्तारी की जाना तय मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक वर्मा से मिल रही जानकारी के आधार कुछ अन्य अधिकारी-कर्मचारियों को बयान के लिए तलब किया जाएगा। इधर ईओडब्ल्यू की एक टीम गुजरात के वडोदरा रवाना की गई है। यह टीम ई-टेंडरिंग घोटाले में शामिल सोरठिया वेलजी रत्ना कंपनी के डायरेक्टर हरीश सोरठिया को गिरफ्तार करने वारंट लेकर गई हुई। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे वहां की अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाया जाएगा।_
_इधर, सोरठिया कंपनी के डायरेक्टर हरीश सोरठिया को गिरफ्तार करने टीम वडोदरा भेज दी गई है। सूत्रों के मुताबिक पीडब्ल्यूडी के टेंडरों में टेम्परिंग के मामले में ऑस्मो कंपनी के संचालकों से पूछताछ में मिली अहम जानकारी के बाद ईओडब्ल्यू की टीम पीडब्ल्यूडी के प्रोजेक्ट इम्लीमेंटेशन यूनिट के प्रभारी विजय वर्मा से पूछताछ कर रही है। पिछले पांच दिन से उनसे पूछताछ में ईओडब्ल्यू को महत्वपूर्ण जानकारी तथा साक्ष्य मिले हैं। ऑस्मो समेत विभिन्न कंपनियों के संचालकों से पूछताछ तथा टेम्परिंग के जब्त रिकॉर्ड के आधार विजय वर्मा की गिरफ्तारी की जाना तय मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक वर्मा से मिल रही जानकारी के आधार कुछ अन्य अधिकारी-कर्मचारियों को बयान के लिए तलब किया जाएगा। इधर ईओडब्ल्यू की एक टीम गुजरात के वडोदरा रवाना की गई है। यह टीम ई-टेंडरिंग घोटाले में शामिल सोरठिया वेलजी रत्ना कंपनी के डायरेक्टर हरीश सोरठिया को गिरफ्तार करने वारंट लेकर गई हुई। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे वहां की अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर यहां लाया जाएगा।_
_हरीश समेत कंपनी के सात संचालकों को वहां की अदालत से पहले ट्रांजिट वेल मिली थी, जिसकी समयावधि पूरी हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक ई-टेंडर घोटाले में ईओडब्ल्यू ने पूर्व जल संसाधन मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निज 4 सचिव रहे वीरेंद्र पांडे और निर्मल अवस्थी से लंबी पूछताछ की थी। दोनों की गुजरात की सोरठिया वेलजी कंपनी को दो टेंडर दिलाने में संदिग्ध भूमिका के साक्ष्य मिले थे। सूत्रों के मुताबिक सोरठिया कंपनी के संचालकों ने ऑस्मो कंपनी के संचालकों से मिलीभगत कर टेम्परिंग के माध्यम से 106 करोड़ के दो टेंडर लिए थे।_
*_दस्तावेजों की पड़ताल के बाद अगली कार्रवाई_*
_पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा के निज सचिव रहे वीरेंद्र पांडे के निवास पर शनिवार ईओडब्ल्यू द्वारा की गई छापामार कार्रवाई में ई-टेंडर घोटाले से जुड़े बड़ी संख्या में दस्तावेज आदि बरामद किए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि दस्तावेजों की छानबीन के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि हाईप्रोफाइल मामले में जांच एजेंसी संदिग्ध रहे अन्य लोगों के खिलाफ सुबूत जुटा रही है। दस्तावेजी सबूत मिलने के बाद ही तत्कालीन प्रभावशाली लोगों तथा अधिकारियों से पूछताछ की जा सकती है। अधिकारियों का कहना है कि मामले में जैसे-जैसे साक्ष्य मिलेंगे, आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निजी स्टाफ में रहे पांडे और निर्मल अवस्थी को ईओडब्ल्यू ने शनिवार शाम अदालत में पेश किया था, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।_